यही कोई आधे घंटे के बाद संदेश मिला कि श्रम विभाग से सहायक श्रम आयुक्त साईट के औचक निरीक्षण के लिए
आए हैं। सभी उपठेकेदारों की लेबर को बुलाया है । अब दृश्य बदल गया। ठेकेदार अपनी लेबर को पाठ पढ़ा कर श्रम आयुक्त के दरबार में एक एक कर के भेजने लगे। बोलना मजदूरी १८० रूपये मिलती है। ८ घंटे की ड्यूटी है। " लेकिन आप तो १३० रूपये दिहाड़ी देते हो " - लेबर बोला। बाद में देखेंगे , अभी जो कहा है वही कर।
तोते की तरह श्रम आयुक्त के सामने जो पढाया गया था मजदूर बोल आए। पूछने पर जवाब मिला ऐसा न करते तो ठेकेदार काम से हटा देता और मैं सोच .........
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