आज फिर तुमसे मिलने को दिल चाहता है,
मुद्दत हुई मुलाकातों को बीते, इन तनहाइयों में यूँही जीते जीते,
खामोशियों में इन अश्कों को पीते.....
इन उदासियों से रिहा चाहता है, आज फिर तुमसे मिलने..........
Its straight from the heart.On the issues which touch my heart.
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