रुचिका गिर्होत्रा केस आजकल अखबारों की सुर्ख़ियों में है.... राठौर को सजा सिर्फ ६
महीने ....और उसके भाई आशु को निरपराध होने पर भी पुलिसिया ज़ुल्म सहने
पढ़े ..... उसका करियर तबाह हो गया.... इस सबके लिए राठौर को कोई सजा नहीं.....
न्याय प्रक्रिया में कोई ऐसा प्रावधान नहीं जो राठौर को उसके गुनाहों की सजा दिला
सके.... सच ही कहा है कि सत्ता आदमी को भ्रष्ट करती है यदि इसका दुरुपयोग किया जाये.
महीने ....और उसके भाई आशु को निरपराध होने पर भी पुलिसिया ज़ुल्म सहने
पढ़े ..... उसका करियर तबाह हो गया.... इस सबके लिए राठौर को कोई सजा नहीं.....
न्याय प्रक्रिया में कोई ऐसा प्रावधान नहीं जो राठौर को उसके गुनाहों की सजा दिला
सके.... सच ही कहा है कि सत्ता आदमी को भ्रष्ट करती है यदि इसका दुरुपयोग किया जाये.
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