राहुल गाँधी कि सफल मुंबई यात्रा के बाद अब शाहरुख को support कीजिये.
शिवसेना और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना को बता दीजिये कि
मुंबई केवल मराठियों की नहीं समस्त भारतीयों की है. मुंबई प्रशासन को
'माय नेम इज खान' की रिलीज़ के समय चौकस इन्तेजाम रखने होंगे जैसे
राहुल गाँधी की यात्रा में किये गए ताकि शिवसेना और राज ठाकरे के कार्यकर्त्ता
फिल्म प्रदर्शन में कोई बाधा ना पहुंचा सके. अभिव्यक्ति की स्वंतंत्रता को बचाए
रखने के लिए ये ज़रूरी है.
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